Rajhasthan – क्या नंबर गेम में अशोक गहलोत के सामने सचिन पायलट पीछे रह गए
अशोक गहलोत Rajas कांग्रेस सरकार में अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट की लड़ाई में गहलोत भारी पड़ते हुए दिख रहे हैं
कांग्रेस विधायक ने सोमवार को एक बैठक बुलाई थी और इसी बैठक में पर्याप्त संख्या में विधायकों के आने की बात कही जा रही थी
इसी के पहले सचिन पायलट ने रविवार को अपने दफ्तर से एक बयान जारी किया था उसमें उन्होंने कहा था कि उनके साथ 30 विधायक हैं और सरकार अशोक गहलोत अब अल्पमत हो गई है
पर बैठक में विधायकों की बड़ी तादाद को देखते हुए सचिन पायलट के दावे सच नहीं निकले और बैठक में अशोक गहलोत ने विधायकों के साथ अपना विक्ट्री साइन भी दिखाया और इस बैठक में सचिन पायलट कहीं भी नहीं दिखे और अभी तक मीडिया के सामने भी नहीं आए
अशोक गहलोत को सरकार में बने रहने के लिए 101 विधायकों का समर्थन चाहिए और कांग्रेस या बता रही है कि उनके पास 109 विधायक हैं मीडिया रिपोर्ट में तो यह कहा जा रहा है कि विधायकों की बैठक में कुल मिलाकर 106 विधायक आए थे
सुरजेवाला का निशाना बैठक से पहले
इस पूरे विवाद में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बैठक से पहले ही बागी बने सचिन पायलट का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकार को अपने व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के लिए और अस्थिर करना कहीं से भी वाजिब नहीं है
उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान के लोगों की सबसे बड़ी भलाई है लेकिन इसमें व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा नहीं हो सकती और मैं सभी मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री और विधायकों से यही अपील करना चाहूंगा कि इस विधायक दल की बैठक में सभी शामिल हो
सुरजेवाला ने यह भी कहा कि इसी बात पर हम सभी खट्टे हैं कभी-कभी आप सिम वैचारिक मतभेद पैदा हो जाता है लेकिन अपनी वैचारिक मत भेद के कारण चुनी जा चुकी सरकार को अस्थिर करना और इसी के बीच में बीजेपी को खरीद-फरोख्त में मदद करना यह भी ठीक नहीं है हां अगर कोई समस्या हुई है तो मिलकर बात कर लेना चाहिए पर अपनी व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के लिए चुनी जा चुकी सरकार को अस्थिर करना कहीं से भी वाजिब नहीं है और हम सब हर चीज का हल निकालने के लिए खुले मन से तैयार बैठे हुए हैं
उन्होंने कहा कि सचिन हमारे अपने ही है और वह भी परिवार का सदस्य हैं और अगर किसी परिवार में कोई सदस्य संतुष्ट होता है तो वह अपने घर में ही बात रखता है और वहां समस्या का निदान भी होता है सचिन की हर बात सुनने को हम तैयार है
राजस्थानमैं कांग्रेस ने अपने विधायकों के लिए भी जारी किया था यह भी जयपुर स्थित अशोक गहलोत के निवास पर बैठक दल के लिए था
सोमवार को सुबह में ही पहले कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि सचिन पायलट अब बीजेपी में है और कांग्रेस के प्रति बीजेपी का जो रुख है वह सभी को पता है
आप सभी को बता दें की पुनिया अभी छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी हैं और कुछ देर बाद पूनिया ने अपने बयान में सुधार भी किया और उसके बाद उन्होंने कुछ ऐसा कहा कि वह ऐसा ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए कह रहे थे
पायलट कहां है
कांग्रेस विधायक दल की हुई सोमवार को बैठक में सचिन पायलट शामिल नहीं हुए वही पायलट के कुछ सहयोगी योग का यह कहना है की जारी करना ऐसे समय में जब विधानसभा का सत्र ही नहीं चल रहा नियम के खिलाफ है
वहीं यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री के घर विधायकों के आने के लिए कैसे जारी किया जा सकता है
इसी पर राजस्थान के कांग्रेस पार्टी के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि सभी विधायकों को मुख्यमंत्री के घर पर ही बुलाया गया है और इस बैठक में जो विधायक नहीं आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी
पर सचिन पायलट तो अभी दिल्ली में है और विधायक दल की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है
कांग्रेस की माने तो वह यह कह रहा है कि अशोक गहलोत के पास 109 विधायकों का समर्थन है
वहीं सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री के खिलाफ अपना विद्रोह खुला किया है कुछ लोग बता रहे हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरह ही सचिन पायलट भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं लेकिन एनडीटीवी न्यूज़ चैनल ने बताया कि सचिन पायलट ने खुद ही बीजेपी में जाने की बात को खारिज किया है
इस पूरे मसले पर राजनीतिक सरगर्मी बहुत ज्यादा बढ़ गई है
कांग्रेसी नेता अजय माकन और रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ में किसी वेणुगोपाल भी जयपुर में ही है
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कांग्रेस में उपजे संकट पर बीजेपी नेता ओम मधुर ने कहां की राजस्थान की जनता ने कांग्रेस को मौका दिया था लेकिन उनके विधायक ही उनके मुख्यमंत्री से नाराज हैं
वही माना जाए तो अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच में पिछले 2 साल से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनना चाहते थे लेकिन पार्टी ने अशोक गहलोत को बनाया था
राजस्थान पुलिस की जांच का एक नोटिस जिसमें सचिन पायलट को विद्रोह का तत्कालीन कारण बताने के लिए समन भेजा गया था राज्यसभा चुनाव के दौरान राजस्थान की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की गई है कि नहीं पुलिस इसी की जांच कर रही है इसी मामले में बीजेपी के दो नेताओं को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया और सचिन पायलट इस बात से खफा हुए और यह मामला सरकार के बने रहने या गिर जाने तक पहुंच गया
वहीं शनिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके कहा था कि एसओजी को जहां पर बीजेपी नेताओं द्वारा कांग्रेस विधायक दल को खरीद-फरोख्त करने की शिकायत की गई थी उसी में कुछ उप मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री जी के साथ कुछ अन्य विधायक और कुछ मंत्रियों को बयान देने के लिए भी नोटिस दिए गए हैं पर वही पर कुछ मीडिया द्वारा उसे अलग-अलग ढंग से प्रस्तुत करना भी उचित नहीं है
वहीं पर आयकर विभाग में राजस्थान के कुछ झूल रही ग्रुप के कई ठिकानों पर भी छापेमारी की है और यह दिल्ली जयपुर समेत 4 शहरों में भी की गई
और इसी पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट करके कहा है कि भाजपा के वकील आखिर मैदान में आ गए और जयपुर में इनकम टैक्स विभाग ने छापेमारी करनी शुरू कर दी है ईडी कब आएगी
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वही पत्रकार मोहर सिंह मीना जो कि जयपुर के स्थानीय पत्रकार है उन्होंने बताया कि राजस्थान में इस सियासी मसले के बाद अब कांग्रेसी नेताओं के घर भी आयकर विभाग की छापेमारी की गई है
कांग्रेस नेता राजीव अरोड़ा धर्मेंद्र राठौर और सहयोगी को के जयपुर आवास पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की कुछ टीमें पहुंची और आयकर विभाग की टीमें नेताओं के दफ्तर और उनके आवास पर मौजूद है
कुछ जानकारी सूत्रों के अनुसार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का इसमें सहयोग लिया गया है इस छापेमारी में राजीव अरोड़ा के जयपुर स्थित अपार्टमेंट में करीब 8 से 9 लोगों की पूरी टीम के साथ कार्यवाही की जा रही है अर्चना शर्मा कांग्रेस प्रवक्ता ने इस कार्रवाई को केंद्र की की गई साजिश बताया है