Nepal PM ओली ने अयोध्या को लेकर एक बहुत बड़ा बयान दिया है
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Nepal के PM केपी शर्मा ओली ने एक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है उनका कहना है कि भगवान राम का जन्म नेपाल में हुआ था। कवि भानुभक्त की जन्मदिन पर अपने सरकारी आवास पर ही हुए समारोह में Nepali PMकेपी ओली ने यह बयान दिया है और Nepal और India के बीच तनाव पहले से ही चल रहा है।
केपी शर्मा ओली ने कहा है कि असली अयोध्या नेपाल के बीरगंज के पास एक गांव है जहां पर ही भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। नेपाल में ही राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के नेता कमल थापा ने पीएम मोदी के बयान पर अपनी आपत्ति जताई है।
उनका कहना है कि किसी भी पीएम के लिए इस तरह का आधारहीन और प्रमाणित बयान देना बिल्कुल भी उचित नहीं है उन्होंने ट्वीट करके कहा कि ऐसा लगता है पीएम ओली भारत के साथ अपने रिश्ते को बिगाड़ना चाहते हैं जबकि उन्हें भारत के साथ हुए तनाव को कम करने के लिए काम करना चाहिए।
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वहीं नेपाल और भारत के बीच पिछले कुछ महीनों से जो तनाव चल रहा है उस पर नेपाल ने 20 मई को अपना नया नक्शा जारी किया था इस नक्शे में उसने लिंपियाधूरा , लिपुलेख और काला पानी को अपना बताया था पर यह तीनों इलाके अभी भी भारत में है पर नेपाल का यह दावा है कि यह इलाका उसका है।
इसी बीच दोनों देश के बीच तनाव बढ़ गया।
पिछले साल भारत ने जम्मू कश्मीर को दो अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने की अपना नक्शा जारी किया था इसी नक्शे में यह इलाके थे।
भारत का कहना है कि उसने नक्शे में किसी भी नए इलाके को शामिल नहीं किया है बल्कि यह इलाके उसमें पहले से हैं।
वही नेपाल ने भारतीय मीडिया को लेकर पिछले कुछ दिनों पहले कड़ी नाराजगी जताई। उनका कहना है कि भारतीय चैनल ने प्रधानमंत्री और और चीनी राजदूत यांकी को लेकर सनसनीखेज दावे किए।
नेपाल ने दर्ज कराई और केबल ऑपरेटर से कहा कि भारतीय न्यूज़ चैनल को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए वही विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने नेपाल के रास्ते भारत में मौजूद है नीलांबर आचार्य को भारत विदेश मंत्रालय के सामने कड़ी आपत्ति भी दर्ज कराने के लिए कह दिया है।
Nepal के PMने कहा है कि नेपाल और भारतीय पक्षी संबंधों को भारतीय मीडिया और खराब कर रहा है।
पर अब चीनी राजदूत की सक्रियता को लेकर नेपाल में विरोध हुआ है। वही नेपाल में मीडिया से लेकर विपक्ष तक यह सवाल उठा है कि कि किसी की घरेलू राजनीति में किसी राजदूत की सक्रियता भी ठीक नहीं है पिछले ढाई महीनों से यह मुलाकातों का दौर चल रहा है