भारत बना सकता है टिक टॉक जैसे ऐप लेकिन बिजनेस मॉडल तैयार करना चुनौती पूर्ण

इंफोसिस के चेयरमैन नंदन नीलेकणी ने कहा कि भारत टिक टॉक जैसा ऐप बना सकता है लेकिन इसके लिए बिजनेस मॉडल तैयार करना आसान नहीं होगा क्योंकि टिक टॉक ऐप भी फेसबुक और गूगल की तरह विज्ञापन से कमाए करता है।
शनिवार को इंफोसिस के चेयरमैन ने कहा भारत में टिक टॉक जैसे ऐप बनाना संभव है लेकिन उनका कहना है कि भारत अभी उतना बड़ा डिजिटल एडवरटाइजिंग मार्केट नहीं है जिसकी वजह से एप्स के लिए बिजनेस मॉडल तैयार करना चुनौतीपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि भारत को दूसरी ऐप कंपनी के बिजनेस एडवरटाइजिंग मॉडल को समझना होगा क्योंकि टिक टॉक की कमाई भी फेसबुक और गूगल की तरह एडवरटाइजिंग से होती है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत को अमेरिका की तरह एक बड़ा डिजिटल मार्केट बनना बाकी है टीवी प्रिंट और डिजिटल में भारत में कुल विज्ञापन खर्च उनके मुकाबले काफी कम होता है यह आंकड़ा लगभग 10 से 12 बिलियन डॉलर है और वही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लगभग 2 से 3 बिलियन डॉलर ही है इसलिए भारत में सभी प्रोडक्ट के डिजिटल एडवरटाइजिंग से कमाई कर पाना मुश्किल है।