महाराष्ट्र का प्रसिद्ध पर्व दही हंडी इस वर्ष महाराष्ट्र में सीधे तरीके से मनाया जायेगा : अरुण पाटील
कृष्ण जन्माष्टमी के अगले दिन महाराष्ट्र मे दही हंडी बहुत सीधे तरीके से मनाया जाता हैं। किंतु कोरोना वायरस के बढते मामले को देख कर दही हंडी समन्वय समिती के अरुण पाटील ने बताया कि कोरोना वायरस ने भारत समेत पूरी दुनिया मे कहर मचाई हुइ हैं। इस मामले को ध्यान मे रखकर ये घोषणा करता हुं कि महाराष्ट्र मे इस वर्ष की दही हंडी मे अन्य वर्षो की तरह अधिक हंगामा नही होगा। हमें अपने लोगो की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण हैं और मैं ये नही चाहता कि दही हंडी के कारण महाराष्ट्र मे कोरोना से संक्रमित लोगो की संख्या और बढे। इस विषय मे बाद मे कोई भी बदलाव नही होगा।
मुंबई मे दही हंडी बडे पैमाने पर मनाई जाती हैं। दही हंडी मनाने के लिये बहुत ऊंचाई पर दही लगाई जाती हैं। ढोल नगारो के गोविंदा आते हैं और उस दही हंडी को फोड देते हैं। इस वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी 11 अगस्त को हैं और दही हंडी उसके अगले दिन अर्थात 12 अगस्त को हैं। महाराष्ट्र का यह प्रसिध्द पर्व हैं। इस पर्व को मनाने के लिये विदेश से भी गोविंदा की कई टोलिया आती है। इसके लिये लाखो के इनाम रखे जाते हैं। इस इनाम को जीतने के लिये गोविंदा की टोलिया एक महिने पहले ही अभ्यास के लिये जुट जाती हैं।
भारत के दो प्रदेशो मे कोरोना के मामले सर्वाधिक हैं। जिसमे महाराष्ट्र प्रथम क्रमांक पर हैं और द्वितीय क्रमांक पर दिल्ली हैं। महाराष्ट्र मे कोरोना से संक्रमित लोगो की संख्या 142900 हैं। जिसमे से 73792 लोग अब ठीक हो चुके हैं। जहा पर 6739 लोगो की मौत हो चुकी है। वही दुसरी ओर दिल्ली मे कोरोना से संक्रमित लोगो की संख्या 70390 हैं। जिसमे से 41437 लोग ठीक हो चुके हैं। जहा मरने वालो की संख्या 2365 हैं। इन दोनो प्रदेशो मे दिन – ब – दिन कोरोना से संक्रमित लोगो की संख्या बढती जा रही है।