गोनू झा के घर में चोर घुसा
एक दिन गोनू झा के चोर घुस गए। गोनू झा जब रात में भोजनोपरांत अपनी प्रिये पत्नी के लिए पलंग पर गए तो उनकी नज़र चोर पर जा पड़ी। वह अपनी पत्नी से हँसते हुए बोले प्रिये जब तुम्हे पुत्र होंगे तो क्या नाम रखोगी।
बेचारी ओझाइन हँसते हुए बोली पुत्र पैदा होंगे तो देखा जायेगा , फिर भी गोनू झा नाम रखने का जिद्द करने लगे। ओझाइन बोली की आप जो कहेंगे वही रखूंगी। गोनू झा हँसते हुए बोले की उसका नाम राजा रखना।
जब दूसरा पुत्र होगा तो उसका नाम क्या रखोगी ? ओझाइन बोली वह नाम भी आप ही के कथानुसार रखूंगी। गोनू झा केहने लगे की उसका नाम रखना। अगर तीसरा लेगा तो उसका नाम क्या रखोगी ? ओझाइन बोली वह नाम भी आप ही के कथानुसार रखूंगी। गोनू झा बोले की उसका नाम चौकीदार रखना। फिर चौथे का नाम भी चोर रखा गया।
तब गोनू झा ओझाइन से बोले की जब चारो पुत्र कजिन खेलने जायेंगे तो एक ही बार चारो पुत्रो को कैसे पुकारोगी। जरा जोर से पुकारो तो बेचारी ओझाइन जोर से चिल्लाती हुए बोली -राजा , दरोगा , चौकीदार , चोर।
मध्य रात्रि में राजा , दरोगा , चौकीदार , चोर का नाम सुनकर लोग दौड़ पड़े और चोर को पकड़ लिया। गोनू झा की चालाकी से चोर पकड़ा गया।